इनवर्टर बैटरी का बैकअप टाइम निकालना बहुत आसान है। इस लेख में जानें कौन-सा फॉर्मूला काम करता है, कौन-कौन से फैक्टर असर डालते हैं और कैसे सही बैकअप कैलकुलेट करें।
इनवर्टर बैटरी बैकअप टाइम क्यों है जरूरी जानना?
घर में इनवर्टर लगाने का सबसे बड़ा कारण यह होता है कि बिजली जाने पर कितनी देर तक आपके उपकरण चलते रहेंगे। कई बार लोग इनवर्टर तो ले लेते हैं, लेकिन बैटरी का बैकअप टाइम समझ नहीं पाते, जिससे जरूरत के वक्त पावर खत्म हो जाती है। इसलिए यह जानना जरूरी है कि आपकी इनवर्टर बैटरी कितनी देर तक लाइट, पंखा, टीवी या कंप्यूटर जैसे उपकरणों को चला सकती है।
बैकअप टाइम का कैलकुलेशन कैसे करें?
इनवर्टर बैटरी का बैकअप टाइम निकालने के लिए एक बहुत ही आसान और भरोसेमंद फॉर्मूला है:
Backup Time (in Hours) = Battery Capacity (Ah) × Battery Voltage (V) × Efficiency / Total Load (Watt)
आमतौर पर बैटरी का वोल्टेज 12V होता है और इनवर्टर की एफिशिएंसी लगभग 0.8 यानी 80% मानी जाती है। उदाहरण के लिए अगर आपके पास 150Ah की बैटरी है और आप 300 वॉट का लोड चला रहे हैं, तो:
Backup Time = 150 × 12 × 0.8 / 300
= 1440 / 300
= 4.8 घंटे
इसका मतलब है कि आपकी बैटरी लगभग 4 घंटे 48 मिनट तक 300 वॉट लोड को चला सकती है।
कौन-कौन से फैक्टर बैकअप टाइम को प्रभावित करते हैं?
बैकअप टाइम सिर्फ कैलकुलेशन से नहीं बल्कि कुछ रीयल-लाइफ फैक्टर्स से भी प्रभावित होता है। अगर बैटरी पुरानी हो चुकी है तो उसकी एफिशिएंसी कम हो जाती है। बहुत अधिक लोड डालने से बैटरी जल्दी खत्म होती है। तापमान, बैटरी की चार्जिंग स्थिति और इनवर्टर की गुणवत्ता भी इस पर असर डालते हैं। इसलिए हमेशा थोड़ी अतिरिक्त क्षमता वाली बैटरी लें ताकि उपयोग के दौरान कोई परेशानी न हो।
एक से अधिक बैटरियों के साथ कैलकुलेशन कैसे करें?
अगर आपने इनवर्टर में एक से अधिक बैटरियां सीरीज या पैरेलल में जोड़ी हैं, तो पहले उनकी कुल वोल्टेज और कुल Ah निकालें। उदाहरण के लिए, दो 150Ah बैटरी अगर सीरीज में जोड़ी हैं, तो वोल्टेज 24V होगा लेकिन Ah वही 150 रहेगा। यदि वे पैरेलल में हैं, तो वोल्टेज 12V रहेगा लेकिन Ah 300 हो जाएगा। फिर ऊपर दिए गए फॉर्मूले में इन्हीं वैल्यू का उपयोग करें और बैकअप टाइम कैलकुलेट करें।
निष्कर्ष
इनवर्टर बैटरी का बैकअप टाइम जानने से आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि बिजली कटने पर आपके जरूरी उपकरण कितनी देर तक चल सकते हैं। ऊपर दिया गया फॉर्मूला सरल और सटीक है। इससे आप अपनी जरूरत के अनुसार बैटरी की क्षमता चुन सकते हैं और सही निर्णय ले सकते हैं। सही कैलकुलेशन से न केवल आपको सुविधा मिलेगी, बल्कि लंबे समय में इन्वेस्टमेंट की बचत भी होगी।
Read More:
- सस्ता नहीं, फ्री मिलेगा सोलर चूल्हा! जल्दी करें, वरना रह जाएंगे खाली हाथ – Free Solar Chulha Yojana
- टाटा सोलर पैनल: बिजली का बिल Zero, मुनाफा ही मुनाफा TATA SOLAR PANEL
- Top 5 Solar Brands: सोलर लगाओ, बिजली बिल घटाओ! भारत के 5 जबरदस्त सोलर पैनल ब्रांड्स
- अपने घर पर Solar Panel लगवाने से पहले जानें सब्सिडी के नए दाम! पूरी गाइड पढ़ें
- बस ₹16,500 में घर बैठे लगवाएं 2kW Solar System – सरकार दे रही बंपर सब्सिडी