आपके छत का Solar Panel का उत्पादन कहाँ हुआ है ‘मेड इन इंडिया’ या ‘मेड इन चाइना’? ऐसे करें तुरंत पहचान!

आपके छत का Solar Panel का उत्पादन कहाँ हुआ है ‘मेड इन इंडिया’ या ‘मेड इन चाइना’? ऐसे करें तुरंत पहचान!
जानिए आपके रूफटॉप पर लगा सोलर पैनल भारतीय है या विदेशी। क्या वो मेड इन इंडिया है या मेड इन चाइना? जानें पहचान करने के आसान और भरोसेमंद तरीके।

सोलर पैनल की असली पहचान क्यों जरूरी है?

आजकल भारत में सोलर पैनल का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन बाजार में ‘मेड इन इंडिया’ और ‘मेड इन चाइना’ पैनल एक जैसे दिखते हैं। सरकार ने आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देने के लिए घरेलू सोलर निर्माण को प्राथमिकता दी है, लेकिन कई बार विदेशी कंपनियों के सस्ते पैनल ‘भारतीय’ नाम से बेचे जाते हैं। ऐसे में आम उपभोक्ता के लिए जरूरी हो जाता है कि वह अपने पैनल की असली पहचान कर सके।

सबसे पहले देखें पैनल पर लगी लेबल और QR कोड

हर सोलर पैनल के पीछे एक सिल्वर या सफेद रंग का लेबल होता है, जिस पर मैन्युफैक्चरर का नाम, मॉडल नंबर, वोल्टेज, वॉटेज और निर्माण देश लिखा होता है। यहां “Made in India” या “Made in China” साफ-साफ अंकित रहता है। कई ब्रांड अब QR कोड भी देते हैं जिसे स्कैन करके आप कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट पर पहुंच सकते हैं और उत्पादन देश की पुष्टि कर सकते हैं।

ALMM लिस्ट से करें पुष्टि

भारत सरकार की MNRE (Ministry of New and Renewable Energy) हर साल एक ALMM यानी Approved List of Models and Manufacturers जारी करती है। इस सूची में केवल वही कंपनियां शामिल होती हैं जो भारत में ही पैनल बनाती हैं। अगर आपका सोलर पैनल ALMM में है तो यह तय है कि वह मेड इन इंडिया है। आप MNRE की वेबसाइट पर जाकर अपने ब्रांड और मॉडल का नाम सर्च कर सकते हैं।

इनवॉइस और वॉरंटी कार्ड में भी होता है खुलासा

अगर आपने इंस्टॉलेशन किसी कंपनी या डीलर से करवाया है, तो उसकी दी गई इनवॉइस और वारंटी पेपर भी जांचें। इसमें अक्सर लिखा होता है कि पैनल किस देश से आया है। कुछ विक्रेता ‘डिजाइन इन इंडिया’ और ‘मेड इन चाइना’ जैसी भ्रमित करने वाली टैगलाइन इस्तेमाल करते हैं, इसलिए स्पष्ट शब्दों में ‘मेड इन इंडिया’ देखना जरूरी है।

ब्रांड से भी हो सकती है पहचान

भारत के प्रमुख मेड इन इंडिया ब्रांड्स में TATA Power Solar, Waaree, Vikram Solar, Adani Solar जैसे नाम शामिल हैं। वहीं, Trina, Jinko, JA Solar जैसे ब्रांड आमतौर पर चाइनीज पैनल बनाते हैं। अगर आपका पैनल इन विदेशी ब्रांड्स में से है, तो संभावना है कि वह मेड इन चाइना हो।

मेड इन इंडिया क्यों चुनें?

मेड इन इंडिया पैनल न सिर्फ सरकार की आत्मनिर्भरता नीति को समर्थन देते हैं, बल्कि इन पर सब्सिडी, गारंटी और सेवा सहायता भी अधिक प्रभावी रूप से मिलती है। इसके अलावा, DCR (Domestic Content Requirement) पैनल पर सरकार की ओर से विशेष सब्सिडी भी लागू होती है।

निष्कर्ष

अपने छत पर लगे सोलर पैनल का देश जानना सिर्फ एक तकनीकी जानकारी नहीं, बल्कि एक जिम्मेदार उपभोक्ता होने का संकेत है। मेड इन इंडिया पैनल न सिर्फ आपको बेहतर सेवा और सरकारी लाभ देते हैं, बल्कि यह देश के निर्माण में भी योगदान देते हैं। अगली बार जब आप सोलर पैनल खरीदें या इंस्टॉल करवाएं, तो इन पहचान तरीकों को जरूर अपनाएं और भरोसे से कहें — ये है असली भारतीय सोलर पैनल।

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