खेत में लगी बिजली की फैक्ट्री! इस किसान की कहानी सुनकर दंग रह जाएंगे – सरकार दे रही है लाखों की सब्सिडी

खेत में फसल के साथ बिजली का उत्पादन, राजस्थान के एक किसान ने अपनी बंजर जमीन पर ऐसा काम कर दिखाया है जिसे देखकर अब हजारों किसान प्रेरणा ले रहे हैं। इस किसान ने अपने खेत में सोलर पावर प्लांट लगाकर बिजली की फैक्ट्री बना दी है, जिससे वह हर महीने ₹40,000 से ₹60,000 तक की कमाई कर रहा है – वो भी सरकारी सब्सिडी और समर्थन से

क्या है यह सोलर प्लांट मॉडल?

यह मॉडल PM Kusum Yojana के तहत स्थापित किया गया है, जिसके अंतर्गत किसानों को सोलर पंप, ग्रिड से जुड़ा सोलर सिस्टम और सोलर प्लांट लगाने के लिए 60% तक की सब्सिडी मिलती है। किसान ने अपने खेत में 1 मेगावाट का सोलर प्लांट लगाकर बिजली DISCOM को बेचना शुरू कर दिया है।

सरकार दे रही है कितनी सब्सिडी?

PM Kusum Yojana और राज्य सरकारों के सहयोग से किसानों को:

  • सोलर पंप पर 60% तक सब्सिडी
  • ग्रिड से जुड़ा सोलर प्लांट लगाने पर 30% केंद्र और 30% राज्य सब्सिडी
  • बैंक से लोन की सुविधा
  • DISCOM के साथ Power Purchase Agreement (PPA) करने पर हर यूनिट की कीमत तय

इस योजना का मुख्य उद्देश्य है किसानों को ऊर्जा उत्पादक बनाना और खेती के साथ बिजली बेचकर आय का नया स्रोत देना।

एक बार निवेश, जीवन भर कमाई

सोलर पावर प्लांट लगाने में शुरू में ₹30 से ₹50 लाख तक की लागत आती है (क्षमता पर निर्भर)। लेकिन सरकार की सब्सिडी और बैंक लोन की सुविधा से यह लागत काफी घट जाती है। एक बार सिस्टम लगने के बाद किसान को:

  • हर महीने ₹40,000–₹1 लाख तक की आय
  • कोई मेंटेनेंस खर्च नहीं
  • 25 साल तक चलने वाली व्यवस्था
  • खेत की जमीन का स्मार्ट उपयोग

कौन-कौन उठा सकता है इसका लाभ?

  • जिनके पास कम से कम 1 एकड़ जमीन हो
  • जमीन पर ग्रिड कनेक्शन या पास में ट्रांसफार्मर उपलब्ध हो
  • किसान का नाम खसरा-खतौनी में दर्ज हो
  • संबंधित राज्य की DISCOM के साथ अनुबंध हो सके

आवेदन कैसे करें?

  1. PM Kusum Yojana पोर्टल https://mnre.gov.in पर जाएं
  2. “Component C” या “Grid Connected Solar Plant” के तहत आवेदन करें
  3. राज्य नोडल एजेंसी या DISCOM ऑफिस से मार्गदर्शन लें
  4. PPA साइन करें और सिस्टम इंस्टॉल करवाएं

किसान की सफलता की कहानी

राजस्थान के श्री रामनिवास ने अपने गांव में बंजर जमीन पर 1 मेगावाट का सोलर प्लांट लगाया। अब वे हर महीने ₹55,000 से ज़्यादा कमा रहे हैं, वो भी बिना किसी फसल की चिंता किए। उन्होंने कहा, “पहले खेती घाटे का सौदा थी, अब बिजली से कमाई हो रही है।”

निष्कर्ष

Solar Plant Subsidy Yojana 2025 किसानों के लिए खेती से आगे बढ़कर ऊर्जा उत्पादन का रास्ता खोल रही है। यह योजना न सिर्फ आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम है, बल्कि किसानों को अतिरिक्त और स्थिर आय देने का सशक्त माध्यम भी बन रही है। यदि आपके पास ज़मीन है, तो यह सुनहरा मौका हाथ से न जाने दें।

डिस्क्लेमर

यह लेख सरकार द्वारा संचालित योजनाओं और सफल किसानों की रिपोर्ट पर आधारित है। सब्सिडी, पात्रता और प्रक्रिया राज्यों के अनुसार बदल सकती है। सटीक जानकारी के लिए https://mnre.gov.in या अपने राज्य के DISCOM कार्यालय से संपर्क करें।

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